यह जो जलाल है तेरे चेहरे पर
यह उसी का नूर है बे-खबर !
तू समझ रहा है के तुही तो है
वो तो कह रहा है मैं हूँ नहीं !
यह मैं ओर तू कि जो कशमकश
यह है तो वो है फिर यही !
जो मैं नहीं तो तू नहीं
जो तू नहीं तो मैं नहीं !